kharbuja ki kheti | खरबूज की खेती 2024 संपूर्ण जानकारी

Angryhackaryt
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हम इस article में एक एकड़ kharbuja ki kheti का संपूर्ण विश्लेषण इन पांच पॉइंट्स के आधार पर करेंगे

kharbuja ki kheti | खरबूज की खेती 2024 संपूर्ण जानकारी

 मैं आपको kharbuja की टॉप फाइव किस्मों की जानकारी दूंगा इसलिए इस article को अंत तक जरूर देखें हम आते हैं हमारे पहले पॉइंट

  एक एकड़ में लगाई गई kharbuja ki kheti में कितनी लागत आती है 

एक एकड़ में kharbuja ki kheti लगाने में बीच की मात्रा 250 से 300 ग्राम के बीच में लगती है हम अभी के लिए 300 ग्राम लेते हैं अगर आप खरबूज के लिए नो यूअर सीड्स की कुंदन वरायटी का चुनाव करते तो इसके 50 ग्राम के पैकेट की कीमत हमें 3165 के आसपास मिलती है

 हमें ऐसे कुल छह पैकेट लगेंगे इस तरह हमारा एक एकड़ में खरबूज की फसल लगाने बीच का खर्चा आएगा 8990 अब अगर आप नो यवर सीट्स की कुंदन वैरायटी के अलावा किसी और वैरायटी का चुनाव करते जैसे कि अगर आप सागर सेट्स की कस्तूरी वरायटी का चुनाव करते तो इसके 50 ग्राम के पैकेट की कीमत हमें 00 के आसपास पड़ती है 

इस तरह हमारा बीच का खर्चा आता 66600 यानी कि जो हमारा बीज का खर्चा है यह निर्भर करता है कि आप खरबूज के लिए कौन सी किस्म के बीजों का चुनाव कर रहे हैं खेत की तैयारी का हमारा खर्चा आएगा 000 अच्छे से एक से दो बार गहरी जुताई करके अंतिम जुताई के समय रोटावेटर चला दे इसमें हमने जुताई और रोटावेटर दोनों का ही खर्च इंक्लूड किया है 

अब हमें खरबूज की फसल बेट पर लगाना है इसलिए हम बेड बेकर की सहायता से बेड बनाते हैं जिसका हमारा खर्चा आएगा 800 खेत की तैयारी होने के बाद हम बेसल डोज डालते हैं जिसका हमारा खर्चा आएगा 22250 पौधे के अच्छे विकास के लिए हम ड्रेंच करते हैं जिसका हमारा खर्चा आएगा 50 वह खरबूज के पौधे के अच्छी ग्रोथ के लिए फ्लावरिंग के लिए और अच्छी फ्रूटिंग के लिए हम वाटर सॉल्युबल फर्टिलाइजर देते हैं

जिसका हमारा खर्चा आएगा ₹ 20000 खरबूज की फसल में फंगस जनित रोगों का अटैक सबसे पहले देखने को मिलता है से बचने के लिए हम फंगीसाइड का छिड़काव करते हैं जिसका हमारा खर्च आएगा 50 वह खरबूज की फसल में कई सारे कीट जैसे थ्रिप्स माहू चेपा फ्रूट फ्लाई और भी कई सारे कीटों का अटैक देखने को मिलता है जिनसे बचाने के लिए हम खरबूज की फसल पर स्प्रे करते हैं जिसका हमारा खर्च आएगा 3250 वह खरबूज की फसल में जब फल आने लगते हैं 

उस समय पर सबसे ज्यादा नुकसान फ्रूट फ्लाई का होता है फ्रूट फ्लाई से बचने के लिए आप ट्रेप लगा सकते जिसका आपका खर्चा आएगा 800 अब यह खर्चा आप पूरी तरह से बचा सकते और घर भर फ्रूट फ्लाई ट्रेप बना सकते हैं अगर आप खरबूज की फसल में मल्चिंग पेपर का उपयोग करते हैं तो 20 माइक्रोन के मल्चिंग पेपर का खर्च आएगा  हमारा लेबर का खर्च आएगा  और खेत से मंडी तक का ट्रांसपोर्ट चार्ज आएगा  

अब यहां खर्च हर किसान भाई का अलग-अलग आएगा क्योंकि यह निर्भर करता है कि आपके खेत से मंडी की दूरी कितनी इस तरह इन सब खर्च को जोड़कर एक एकड़ में लगाई गई खरगोश की फसल हमारी लागत आएगी 6690 अब आप यह लागत कम कर सकते कैसे मल्चिंग पेपर में जो आपका खर्च आया था उसे कम कर सकते हैं और जो बीच का हमारा खर्च आया उसे कम कर सकते हैं 

जैसे बीच में अगर आप नो यूअर सीट्स वरायटी के ही चुनाव करेंगे तो य सबसे महंगे बीज आते तो आप हमारे इंडिया की किसी कंपनी के बीजों का चुनाव कर सकते हैं साथ ही साथ आप जो मल्चिंग पेपर में हमारी लागत आती है उसकी ज्यादा आप गेहूं और धान की फराल का भी मल्चिंग की तरह उपयोग में ले सकते इस तरह से आपकी खरबूज की फसल में आने वाली लागत 45000 50000 के बीच में ही आएगी अब यह चुनाव आपका है कि आपको अपनी लागत 60000 लेके जाना है या फिर 45 से 50000 करना है तो इस तरह से आप खरबूज की फसल में आने वाली अपनी लागत को बचा सकते हैं  Full Pdf By government

एक एकड़ में लगाई गई kharbuja ki kheti से कितना उत्पादन होता है 

खरबूज की फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए आप सही समय पर बीजों की बुवाई करें उचित मात्रा में खाद प्रबंधन दे फिर जब आपकी खरबूज की फसल हार्वेस्टिंग पर आ जाती है या फिर जब फल बनने लग उस समय पर अपनी खरबूज बूज की फसल को फ्रूट फ्लाई जिसे फल मक्खी भी कहते उसके अटैक से भी बचा लेते तो आप एक एकड़ में लगाई गई खरबूज की फसल से मिनिमम 150 क्विंटल तक उत्पादन बड़ी आसानी से ले सकते यानी कि एक एकड़ में लगाई गई खरबूज की फसल से हमारा उत्पादन हुआ 150 को लागत उत्पादन के बाद में आते हैं हमारे 

  kharbuja ki kheti me बीजों की बुवाई का सही समय क्या है 

 kharbuja ki kheti की समय साइकिल कितनी तो आप खरबूज के बीजों की बुआई दिसंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर 15 मार्च के बीच में कभी भी कर सकते हैं कैसे जैसे कि हम दिसंबर के अंतिम सप्ताह से जनवरी के बीच में जब खरबूज के बीजों की बुवाई करते तो इसे अगेती में बुवाई माना जाता है और आप अपनी फसल को बचाने के लिए लोट अनल का उपयोग करते हैं 

या फिर पहले खरबूज की नर्सरी तैयार करते अभी जो फरवरी का महीना चल रहा है या तरबूज की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है आप तरबूज के बीजों की बुवाई सीधा ही खेत में फरवरी के महीने में कर सकते हैं भारत के अधिकतर राज्यों के किसान भाई फरवरी के महीने में ही खरबूज के बीजों की बुवाई करते हैं साथ ही साथ पछेती में कई राज्यों के किसान भाई 1 मार्च से 15 मार्च के बीच में भी खरबूज के बीजों की बुवाई करते हैं

 यह वे राज्य जहां पर गर्मी में ज्यादा तापमान नहीं जाता है इसलिए अगर आपको नहीं पता है कि आपके एरिया में कितना तापमान जा तो आप 15 फरवरी के बीच में खरबूज के बीजों की बुवाई कर दे अब जो हमारे बीज बुवाई उसके 55 से 60 दिन के बाद में हमें खरबूज की फसल से हार्वेस्टिंग मिलना शुरू हो जाती है जो कि 30 से 45 दिन तक चलती है इस तरह से एक एकड़ में लगाई गई खरबूज की फसल की समय साइकल हुई तीन से साढ़े महीने लागत उत्पादन समय के बाद में आते हैं 

 एक एकड़ में लगाई गई kharbuja ki kheti ki फसल से कितनी आमदनी होती है 

जो भी किसान भाई kharbuja ki kheti अगेती में करते हैं उन्हें निश्चित ही खरबूज का सबसे अच्छा मंडी थोक भाव देखने को मिलता है मिनिमम ₹ किलो उन्हें बड़ी आसानी से मिल जाता है पर ऐसे किसान भाई काफी कम होते हैं ज्यादातर किसान भाई खरबूज के बीजों की बुआई फरवरी के महीने में करते और जब तक उनकी फसल हार्वेस्टिंग पर आती तब तक मंडी में लगभग लगभग सभी किसान भाइयों की फसल हार्वेस्टिंग पर आ जाती इसलिए ज्यादातर किसान भाइयों को खरबूज का मंडी थोक भाव ₹ किलो के आसपास ही देखने को मिलता है 

हम भी ₹ किलो ही मंडी थोक भाव लेते हैं हमारा उत्पादन हुआ था 150 क्विंटल एक क्विंटल में 100 किलो होता और एक किलो का हमने मंडी थोक भाव लिया है ₹ इस तरह आमदनी हुई 225000 यानी कि एक एकड़ में लगाई गई खरगू की फसल हमारी आमदनी हुई 225000 अब यहीं पर अगर आपको मंडी थोक भाव र मिलता तो आपकी आमदनी होती ढ लाख रुप इसलिए खरबूज की फसल से होने वाली आमदनी दो चीजों पर निर्भर करती है पहला आपको कितना उत्पादन मिला है और दूसरा आपको कितना मंडी थोक भाव मिला इसलिए हर राज्य के किसान भाइयों की आमदनी अलग-अलग ही रहती है 

 एक एकड़ में लगाई गई खरबूज की फसल से kitna  प्रॉफिट Huva 

 हम जो हमारी कुल आमदनी उसमें से लागत को घटा देंगे तो जो भी आकड़ा हमें मिलेगा वह हमारा प्रॉफिट रहेगा हमारी आमदनी हुई 25000 और लागत आई थी 6690 इस तरह हमारा प्रॉफिट रहा 164 310 अब हम बात करते हैं खरबूज की टॉप फाइव किस्मों के बारे में तो खरबूज की जो नो यूअर सीट्स की तीन वैरायटी आती है

 यह तीनों काफी महंगी वरा रायटी पहली है कुंदन दूसरी है बोबी और तीसरी है मुस्कान यह तीनों महंगी है लेकिन अच्छी है फिर इसके अलावा आप सागर सीट्स की कस्तूरी का चुनाव कर सकते हैं अद्वंत्र गोल्डन सीट्स की गुरु वैरायटी ले सकते हैं या फिर सी जनता की आयुष वैरायटी का भी चुनाव कर सकते हैं 

यह थोड़े से सस्ते में आते हैं तो यह चुनाव आपका है इसके अलावा आप एक काम और कर सकते हैं जो आपके एरिया के किसान भाई जो खरबूज की खेती करते उनसे पूछे कि वे कौन सी वैरायटी लाते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि आपके एरिया में कौन सी वैरायटी से अच्छा उत्पादन मिलता है इसलिए खरबूज की खेती करने के पहले उन किसान भाइयों से फेस टू फेस जाकर बातचीत जरूर करें जिन्होंने खरबूज की खेती से अच्छी कमाई की है अच्छा उत्पादन लिया है

FAQs

खरबूजे की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है?

फसल 90 से 95 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है

खरबूजे के बीज कब और कैसे लगाएं?

मध्य फरवरी का समय सही माना जाता है। 

खरबूजे के बीज कैसे निकाले जाते हैं?

बीज से भरे कटोरी में साफ पानी भरें और कुछ देर छोड़ दें

खरबूजे कितने प्रकार के होते हैं?

50 से अधिक किस्में हैं 

खरबूजा कब नहीं खाना चाहिए?

सर्दी या जुकाम की स्थिति में इसे नहीं खाना चाहिए

1 एकड़ में कितना तरबूज होता है?

एक एकड़ में 300 क्विंटल के लगभग तरबूज तैयार हो जाता है

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